Thursday, July 30, 2015

एरिक ब्लोम्बेरी की एक कविता

एरिक ब्लोम्बेरी की एक कविता
(अनुवाद: अनुपमा पाठक )


तुम -- और कुछ नहीं.
जीवन मात्र एक फुसफुसाहट है.
समय रुक गया है.
तुम, सिर्फ़ तुम -- और कुछ नहीं.


Du -- och ingenting annat.
Livet är bara en viskning.
Tiden har stannat.
Du, du -- ingenting annat.

-Erik Blomberg